नरेश भारद्वाज
जालंधर। पंजाब के सीनियर आईएएस अधिकारी अर्बन डेवल्पमेंट अथॉरिटी (पुडा) के प्रिंसिपल सेक्रेटरी विकास गर्ग के पिता डॉ. जगदीश चंद्र गर्ग को ठगों ने 4 दिन तक डिजिटल अरेस्ट में रखकर उनकी पेंशन के 58.50 लाख रुपए ठग लिए। ठगों ने खुद को सीबीआई अफसर बताकर फर्जी आईडी कार्ड दिखाए और कहा कि उनका घर 24 घंटे सर्विलांस पर है। डिजिटल अरेस्ट के बारे में किसी को भी बताया तो पुलिस आकर घर से उठा ले जाएगी। डर से पीड़ित पिता ने अपने आईएएस बेटे तक को कुछ नहीं बताया और चार दिन तक ठगों की धमकियों से डरकर उनका कहना मानते रहे। बेटा रोज ऑफिस जाने से पहले पिता से मिलता भी रहा, लेकिन बुजुर्ग पिता डर की वजह से कुछ कह नहीं पाए। इस बारे में स्टेट साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन ने केस दर्ज करके जांच शुरू कर दी है। जांच में सामने आया कि ठग दिल्ली, महाराष्ट्र और गजरात से ऑपरेट
कर रहे थे। उनके पास कई फर्जी मोबाइल नंबर, ईमेल और कंपनियों के अकाउंट मिले। अकाउंट्स दिल्ली के सागर और महाराष्ट्र के साजिद अहमद के नाम पर खुले थे।
जगदीश चंद्र ने बताया कि उन्हें एक नंबर से कॉल आई और सामने वाले ने खुद को सीबीआई अफसर बताया। कहा कि उनका अकाउंट मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़ा है। फर्जी आईडी कार्ड दिखाकर कहा कि अभी डिजिटल अरेस्ट कर रहे हैं, किसी से भी बात नहीं करनी है। खाते को वेरिफाई किया जाएगा, सही पाया गया तो उन्हें छोड़ दिया जाएगा। लेकिन डिजिटल अरेस्ट की बात किसी को बताई तो घर के बाहर सादी वर्दी में तैनात पुलिस उन्हें अरेस्ट करके ले जाएगी। यह सुनकर वह ठगों के कंट्रोल में चले गए और जो उन्होंने कहा वही करते रहे। ठगों ने पहले 30.50 लाख की रकम दिल्ली की एक कंपनी के अकाउंट में और फिर 28 लाख महाराष्ट्र के एक इंडसइंड बैंक अकाउंट में ट्रांसफर करवाए।