नरेश भारद्वाज
जालंधर। सुल्तानपुर लोधी के बाढ़ प्रभावित मंड इलाके में राहत कार्य के दौरान वरिष्ठ कांग्रेस नेता प्रताप बाजवा और निर्दलीय विधायक राणा इंदर प्रताप के बीच बहसबाजी की घटना सामने आई है। जानकारी के अनुसार, प्रताप बाजवा पूर्व कांग्रेस विधायक नवतेज चीमा के साथ एक विशेष प्रकार के टैंकर जैसे वाहन में बाढ़ पीड़ितों तक पहुँच रहे थे। इस वाहन का इस्तेमाल आमतौर पर रक्षा एजेंसियां दुर्गम इलाकों में करती हैं।
इस बीच, निर्दलीय विधायक राणा इंदर प्रताप अपने समर्थकों के साथ रास्ते में खड़े थे, जिसके कारण काफिला रुकना पड़ा। बताया जा रहा है कि जब ड्राइवर ने गाड़ी आगे-पीछे करनी शुरू की, तो राणा इंदर प्रताप से हल्की टक्कर हो गई। इस पर उनके समर्थक भड़क गए। स्थिति को देखते हुए प्रताप बाजवा ने राणा इंदर प्रताप से कहा, “यह ठीक नहीं लग रहा है, रास्ते से हट जाइए।” इसके बाद हल्की बहसबाजी हुई और फिर राणा इंदर प्रताप पीछे हट गए।
इस घटना को न केवल बाढ़ राहत कार्यों से, बल्कि कांग्रेस के अंदरूनी कलह से भी जोड़कर देखा जा रहा है। गौरतलब है कि हाल ही में दिल्ली में हुई कांग्रेस आलाकमान की बैठक में सभी वरिष्ठ नेता जुटे थे, लेकिन राणा इंदर प्रताप के पिता और वरिष्ठ नेता राणा गुरजीत सिंह इस बैठक में शामिल नहीं हुए। यह भी उल्लेखनीय है कि पिछले विधानसभा चुनाव में राणा इंद्र प्रताप ने सुल्तानपुर लोधी से कांग्रेस उम्मीदवार नवतेज चीमा के खिलाफ निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ा था। हाल ही में, कांग्रेस के राजा वड़िंग और प्रताप बाजवा ने नवतेज चीमा के पक्ष में रैली की थी, जिसका जवाब राणा इंद्र प्रताप ने उसी दिन अपनी बड़ी रैली करके दिया था।