नरेश भारद्वाज
जालंधर। शहर के बशीरपुरा इलाके में गंदे पानी और साफ-सफाई की भारी कमी के कारण डायरिया तेजी से फैल रहा है। बीते दो दिनों में कई लोग इस बीमारी की चपेट में आ चुके हैं, जबकि गुरुवार को 69 वर्षीय इकबाल सिंह की डायरिया के कारण मौत हो गई। क्षेत्र में दहशत का माहौल है, लेकिन प्रशासन और जनप्रतिनिधि अभी तक मौके पर नहीं पहुंचे हैं। हल्का इंचार्ज नितिन कोहली भी गायब हैं। लोगों में हाहाकार मच गयी है। केंद्रीय विधानसभा हलका का सिस्टम गड़बड़ा गया है।
स्थानीय निवासियो में सुखविंदर लक्की के अनुसार पिछले कई हफ्तों से पीने के पानी की लाइन में सीवर का गंदा पानी मिल रहा है। कई बार नगर निगम को सूचित करने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं की गई। लोग मजबूरी में वही पानी पीने को मजबूर हैं, जिससे कई परिवार बीमार हो चुके हैं।
इकबाल सिंह की मौत
बशीरपुरा निवासी इकबाल सिंह को बुधवार रात तेज़ उल्टी-दस्त की शिकायत हुई। परिजन उन्हें तुरंत सिविल अस्पताल ले गए, लेकिन उनकी हालत लगातार बिगड़ती गई और गुरुवार सुबह उनका निधन हो गया। परिजनों का आरोप है कि समय पर इलाज और साफ पानी की सुविधा होती तो इकबाल की जान बचाई जा सकती थी।

कोहली और निगम अधिकारियों पर उठे सवाल
इलाके के लोगों में गुस्सा है कि आप के हल्का इंचार्ज और नगर निगम के अधिकारी अभी तक हालात का जायज़ा लेने तक नहीं आए। निवासी लक्की ने कहा, “चुनाव के समय हर गली में घूमने वाले नेता अब गायब हैं। क्या गरीबों की जान की कोई कीमत नहीं है?”
सामाजिक संगठनों की चेतावनी
स्थानीय सामाजिक कार्यकर्ताओं और युवाओं ने चेतावनी दी है कि अगर जल्द से जल्द पानी की सप्लाई दुरुस्त नहीं की गई और इलाके में मेडिकल कैंप नहीं लगाए गए, तो वे नगर निगम कार्यालय के बाहर प्रदर्शन करेंगे।