नरेश भारद्वाज
जालंधर। अर्बन स्टेट फेस टू में सुपर मार्कीट के बाहर किडनी अस्पताल के डॉ. राहुल सूद को गोली मारने का मामला पुलिस ने पांच दिनों की कड़ी मशक्कत के बाद ट्रेस कर लिया है। लेकिन उलटा पुलिस के हाथ पैर फूल गए हैं। एक महिला के एंगल से पुलिस की जांच शुरू हो गयी है। इसलिए सीपी धनप्रीत कौर बार बार मीडिया को यही बता रही थी कि अभी कुछ पता नहीं है कि हमला क्यों किया गया है ? अयोध्या से हमलावर को गिरफ्तार कर पुलिस जालंधर ले आई लेकिन इतने घंटे में पुलिस के हाथ जो लगा उससे पुुलिस के पैरों तले से जमीन खिसक गयी है। पुलिस लुटेरे की जुबान पर यकीन नहीं कर रही है कि इस वारदात में महिला का एंगल है। अधिकारी इस घटना के कारण को पुख्ता करने के लिए क्रास जांच कर रहे हैं। बात तो गले से भी नहीं उतरती कि किडनी अस्पताल के चिकित्सक का पहले तीनों ने पीछा किया, फिर मार्केट में जाकर उसके साथ हाथापाई। क्या यह लूट हो सकती है तो पहले ही सवाल पर अधिकारी कहते हैं नहीं, फिर क्या यह कार छीनने की वारदात हो सकती है, शहर में कई लग्जरी कारें हैं, उनको छोड़कर तीनों इस छोटे माडल की कार के पीछे आ सकते हैं तो उत्तर मिलता है नहीं, फिर एंगल जो निकल रहा है, वह चौकाने वाला है। तीनों योजनाबद्ध आए थे और उनका मकसद सुपारी लेकर चिकित्सक को सबक सिखाना था ? अगर यह सच है तो फिर महिला एंगल की तहकीकात चल रही है।
लुटेरे जालंधर के ही निकले है और हैरानी की बात है कि उक्त बदमाश प्रवासी परिवार से संबंधित है। पुलिस ने बदमाशों के घरों में रेड भी की लेकिन तीनों आरोपी फरार थे जिसके बाद पुलिस ने आरोपियों पर दबाव बनाने के लिए उनके परिजनों को हिरासत में लिया है। अयोध्या से एक सत्यप्रकाश को दबोच लिया है जिसके दोनोें साथी फरार है। पुलिस ने पांच दिनों में 250 से ज्यादा सी.सी.टी.वी. कैमरे चेक करके यह सफलता हासिल की। पुलिस ने अर्बन स्टेट फेस टू से ही आरोपियों का रूट ब्रेक करना शुरू कर दिया था। हालांकि बीच रास्ते में आरोपियों ने पुलिस को चकमा देने के लिए कई रस्ते बदले लेकिन जालंधर पुलिस की टीमों ने भी कोई कसर न छोड़ते हुए कड़ी मेहनत से इन्वैस्टिगेशन करते हुए आरोपियों का सटीक रुट ब्रेक किया। सीपी धनप्रीत कौर व डीसीपी मनप्रीत और एडीसीपी हरविंदर गिल की टीम ने लगातार केस में एक के बाद एक कड़ी को जोड़ा और मामला ब्रेक कर लिया लेकिन ब्रेकिंग न्यूज अभी बाकी है, पढते रहिए डिजिटल पोस्ट पर
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