नरेश भारद्वाज
जालंधर। सोशल मीडिया पर ‘उप्पल फार्म’ नाम से मशहूर लड़की के कई आपत्तिजनक वीडियो सामने आने के बाद इंटरनेट पर सनसनी मच गई। जबसे ज्यादा आग मीडिया को लगी। कैमरा लेकर नकोदर की तरफ जाने वालों की दौड़ लग गई, किसी तरह लड़की का नंबर मिल जाए, इंटरव्यू हो जाए। मामला उछला, महिला आयोग बीच में आ गया। सख्त हिदायतें जारी हुई। जालंधर के एसएसपी रूरल ने सख्त रूख अखतियार कर मामला दर्ज किया। बुधवार शाम पांच बजे प्रेस वार्ता हुयी। कई मीडिया वालों ने लड़की का सीधा चेहरा दिखाने से गुरेज नहीं किया। हर तरफ उप्पल फार्म, ट्रैक्टर वाली कुड़ी, रोल रप्पा शुरू हो गया। नटोरियस क्लब की तरह दूसरा झटका मीडिया को उप्पल फार्म की घटना ने दिया।
वीडियो लोगों के बीच तेजी से वायरल हुए और जब इसकी असलियत सामने आई तो हर कोई दंग रह गया। जानकारी के अनुसार, प्रभ नाम का युवक लंबे समय से उसके आपत्तिजनक वीडियो बनाकर उसे ब्लैकमेल कर रहा था। इन वीडियो के सामने आने के बाद पूरा मामला खुला। प्रभ पीड़ित लड़की का मंगेतर भी बताया जा रहा है। पीड़िता ने खुद सामने आकर अपना दर्द बयां किया। वहीं पीड़िता ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर स्टोरी डाल कर कहा कि मुझे किसी का भी नाम लेकर बदनाम न किया जाए। मेरा किसी भी यादविंदर नाम के युवक से कोई भी रिलेशन नहीं था। मैं जग्गा नाम के शख्स के जरिए उस से जरूर मिली थी। मेरी आम दोस्तों की तरह उस के साथ दोस्ती थी।
उसने बताया कि यह सिलसिला 25 फरवरी से शुरू हुआ था। तब से लगातार उसे ब्लैकमेल किया जा रहा था। इस दौरान वह डिप्रेशन से भी गुज़री। हाल ही में इन वीडियो के वायरल होने के बाद मामला और तूल पकड़ गया। लड़की ने यह भी खुलासा किया कि लड़के वालों ने उसके घर आकर हंगामा किया और अपने प्रभाव का इस्तेमाल कर पुलिस में शिकायत दर्ज नहीं होने दी। इंस्टाग्राम अकाउंट ‘मिट्टी’ पर दिए इंटरव्यू के क्लिप्स में लड़की ने बताया कि उसे नशीला पदार्थ खिलाकर उसके कई अश्लील वीडियो बनाए गए और बाद में उन्हें इंटरनेट पर वायरल कर दिया गया। इससे न केवल लड़की बल्कि उसका पूरा परिवार गहरे सदमे में है।
इस मामले में पंजाब महिला आयोग ने संज्ञान लेते हुए बड़ी कार्रवाई की है। आयोग की चेयरपर्सन राज लाली गिल ने कहा कि यह घटना बेहद शर्मनाक है और दोषियों को किसी भी हालत में बख्शा नहीं जाएगा। आयोग ने संबंधित अधिकारियों और पुलिस से पूरी रिपोर्ट तलब की है और जल्द से जल्द जांच पूरी करने के निर्देश दिए हैं। आयोग ने कहा कि हम ऐसे मामलों को बहुत गंभीरता से लेते है और यह सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है कि पंजाब में महिलाओं के अधिकार, सम्मान और स्थिति की रक्षा की जाए। आयोग ने स्थानीय पुलिस को पत्र लिखकर 22 अगस्त तक जांच की पूरी स्थिति रिपोर्ट देने को कहा है, जिसमें वीडियो प्रसारित करने वाले अपराधियों के खिलाफ की गई कार्रवाई भी शामिल है। लेकिन इससे पहले की 22 अगस्त की रिपोर्ट तैयार होती, समझौता हो गया। नटोरियस क्लब की तरह मीडिया स्तब्ध रह गया।