नरेश भारद्वाज की खास रिपोर्ट
जालंधर। सरकार आम आदमी पार्टी की लेकिन अकाली नेता 70-70 फीट माइनिंग कर गया। अब जब बाढ आने का खतरा बढा तो लोगों की चीखें निकलने लगी। माइनिंग के इस खेल में बेशक अकाली नेता खेल कर गया लेकिन फंस इलाके की इंचार्ज राजविंदर थियाडा गयी है। उनके पास इसका उत्तर ही नहीं है कि आप सरकार के कार्यकाल में एक अकाली नेता कैसे करोडों के वारे न्यारे कर गया ?
अब मामला तूल पकड़ता जा रहा है। बारिश के पानी से हाल बेहाल है और जिस गांव में 70-70 फीट माइनिंग हो गयी वह गांव खोखले हो गए हैं।
पिछले साल कांग्रेस विधायक परगट सिंह और अन्य नेताओं ने जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा, जिसमें यह आरोप लगाया गया कि जालंधर कैंट विधानसभा क्षेत्र के गांवों—जैसे जमशेर, खेड़ा, दिवाली, चोलंग, भोड़ सपराय में माफिया के द्वारा लगभग 35 एकड़ में 30–35 फीट गहराई तक अवैध खनन किया जा रहा है। यह खनन चिट्टी बई नाले के समीप हो रहा है, जिससे कृषि भूमि और पर्यावरण को गंभीर खतरा है। बाद में विधायकों ने मीडियाकर्मियों के साथ जाकर खुद 40–70 फीट तक गहराई को मापकर यह मामला विधानसभा में उठाया। उन्होंने 100 एकड़ क्षेत्र में चल रहे खनन की विस्तारपूर्ण जानकारी दी। लेकिन खनन जारी रहा। यह खनन अब आप की हल्का इंचार्ज राजविंदर थियाडा के लिए मुसीबत बनता जा रहा है। सवाल खडा हो रहा है कि आखिरकार वह चुप क्यों रही ?