नरेश भारद्वाज
जालंधर। पंजाब में विधानसभा चुनाव अभी दूर हैं लेकिन अभी गोटियां फिट करने का सिलसिला शुरू हो चुका है। समीकरण नए बनते जा रहे हैं और नए दावेदार मैदान में आ रहे हैं। ताजा समीकरण में दीपक बाली जालंधर कैंट की तरफ जाते दिख रहे हैं। क्योंकि केंद्रीय हलके में नितिन कोहली मैदान में आ चुके हैं। नार्थ से मेयर विनित धीर, अश्वनी अग्रवाल व दिनेश ढल्ल के बीच आप की टिकट को लेकर कांटा फंसने जा रहा है।
खैर नए समीकरण में अगर दीपक बाली कैंट से उतरते हैं तो उनकी टक्कर उनके जिगरी दोस्त अमित तनेजा से होने की प्रबल संभावना है। दीपक बाली व तनेजा दोनों पुराने मित्र हैं। जब विजय सांपला पंजाब के प्रधान थे तो तनेजा ने ही प्रेशर डालकर बाली को पंजाब कल्चरल बोर्ड का चेयरमैन बनवाया था। दीपक बाली को कुर्सी पर बैठाने के लिए तनेजा खुद चंडीगढ़ गए थे।
तनेजा भाजपा में है लेकिन बाली आप में, लेकिन दोनों की दोस्ती गहरी है। तनेजा राष्ट्रीय महासचिव तरूण चुघ के राइट हैंड हैं लिहाजा उनकी टिकट भाजपा में पक्की मानी जा रही है। वहीं जिस तरह से बाली ने दिल्ली की टीम पर अपना प्रभाव पैदा कर लिया है, उसको कैंट में उतारा जा सकता है। लेकिन बाली के लिए यह मुश्किल की घड़ी होगी कि भाजपा में उसके जिगरी दोस्त तनेजा से उसको मुकाबला करना होगा। मामला रोचक बनता जा रहा है। दीपक बाली के भाजपा में गहरे रिश्ते हैं क्योंकि भाजपा सरकार के कार्यकाल में ही उनको बोर्ड की चेयरमैनी देकर उनको सियासत में लॉन्च किया गया था। राजनीति दिलचस्प करवट ले रही है और आने वाले समय में इसमें रोचकता तो बढ़ेगी साथ ही खटास भी पैदा हो सकती है। आम आदमी पार्टी दोनों की दोस्ती पर नजर बनाए हुए है और आंकलन किया जा रहा है।