पाकिस्तान के पादरी के प्यार मे पढ़कर सीमा पार पाकिस्तान जाने वाली महिला को पाकिस्तान रेंजर्स ने अटारी बार्डर पर BSF को सौंप दिया है
नागपुर की रहने वाली महिला इसी साल 14 मई को कारगिल से नियंत्रित रेखा पर कर पाकिस्तान के गिलगित-बलिस्तान इलाके मे चली गयी थी
नागपुर की रहने वाली जे महिला अपने 14 वर्षीय बेटे के साथ लदाख मे घूमने गई थी वही ये अपने बेटे को होटल में छोड़कर लापता हो गई थी
जांच में सामने आया के उसकी बात पाकिस्तान के एक पादरी और एक जुल्फिकार नाम के युवक से होती थी
उसके फोन रिकॉर्ड और सोशल मीडिया की गतिविधियों से पता चला के पहले भी वो 2 बार अटारी बॉर्डर पार करने की कोशिश कर चुकी हैं पर सुरक्षा एजेंसियां की वजह से वो बॉर्डर पार नहीं कर पाई
महिला ने कारगिल के सीमावर्ती गाँव हुडर्माण से सीमा पार की है जो अंतरराष्ट्रीय सीमा से बहुत कम दूरी पर है
जांच एजेंसियों को शक है के ये लोकल लोगों की मदद के बगैर सम्भव नहीं है जांच एजेंसियों स्थानीय लोगों से पूछताछ कर रही है
पाकिस्तान सीमा मे प्रवेश के बाद पाकिस्तानी एजेंसीयों ने महिला को हिरासत में लेकर पूछताछ की और भारतीय अधिकारियों से सम्पर्क किया
पाकिस्तानी आधकरियो ने उसे गलती से सीमा पार करने वाले भारतीय नागरिक की तरह पेश किया और मानवीय आधार पर वापस अटारी बॉर्डर पर bsf को लौटा दिया
बीएसएफ़ ने उसे अमृतसर देहाती पुलिस को सौंप दिया यहां महिला से पूछताछ चल रही है और उसके परिवार को सूचना दे दी गई है
सुनीता के परिवार ने उसे मानसिक तनाव में बताया और उसकी इलाज चलने की बात कही है
सुनीता का बेटे को जिसको वो अकेला होटल में छोड़ गई थी उसे एक आश्रम भेजा जा रहा है