फ़िरोज़पुर के कस्बा गुरुहरसहाय के टरिंडा गांव के आम आदमी पार्टी के सरपंच ने अपनी लाइसेंसी रिवाल्वर से खुद को गोली मार कर आत्महत्या कर ली मूर्तिक की पहचान जशनप्रीत प्रीत बावा के रूप में हुई
आत्महत्या से पहले उसने अपनी फ़ेसबुक पर एक ग़ज़ल पोस्ट की
जदो मेरी अर्थी उठा के चलनगे
मेरे यार सब हुम् हुमा के चलनगे
मूर्तिक के परिजनों का आरोप है के जशनप्रीत की मौत का जिम्मेदार इलाका विधायक फौजा सिंह सरारी और उनका PA बचित्तर सिंह है
जशनप्रीत के दोस्तों ने बताया के गांव के विकास कार्य को लेकर वो बहुत परेशान था विधायक और उसके PA उसे लगातार नज़रंदाज़ कर रहे थे और विपक्षी दल के लोगो का साथ दे रहे थे जिस कारण जशनप्रीत परेशान था
जब विधायक के PA मूर्तिक के घर शोक जताने गए तो रिश्तेदारों ने उन्हें घर में घुसने नहीं दिया
इसके बाद विधायक को पुलिस बल के साथ अंतिम संस्कार में आना पड़ा अंतिम संस्कार के समय भी विधायक के खिलाफ लोगो ने नारेबाजी की
वही जशनप्रीत की माँ ने बताया जब वो रात घर में आया तो बहुत परेशान था
और मेरे सामने ही पिस्टल अपने सर पर लगा ली और बोला Bye मैं जा रहा हूं और गोली चला दी
वही फ़िरोज़पुर SSP रुलर ने बताया के परिवार के किसी भी सदस्य ने किसी के खिलाफ कोई शिकायत नहीं की
जशनप्रीत के पिता तरसेम लाल के बयानों के बाद ही अंतिम संस्कार किया गया है