राज्यसभा चुनाव को लेकर फर्ज़ीवाड़े के आरोपी नवीन चतुर्वेदी की याचिका पर हाइकोर्ट ने पंजाब सरकार को नोटिस जारी कर 4 नवम्बर तक जवाब मांगा है
नवनीत चुतर्वेदी ने हाइकोर्ट मे याचिका दायर की थी के पंजाब पुलिस को उसे गिरफ्तारी से पहले 10 दिन का नोटिस देना चाहिए था
नवनीत ने आरोप लगाया है कि जो नामाकन फार्म उसने रिटर्निंग अधिकारी को जमा करवाये थे वो लीक कर दिये गए जिसके कारण कुज आप विधायक दवाब मे पीछे हट गए इस लिए पूरे मामले की निश्पक्ष जांच की जरूरत है
इसके खिलाफ पंजाब पुलिस नवनीत की कस्टडी के लिए हाइकोर्ट गई थी
पुलिस का तर्क था कि आरोपी के खिलाफ रोपड़ मे पंजाब के विधायकों के नक़ली दस्तकों का केस दर्ज है फिर भी उसे चंडीगढ़ पुलिस आरोपी की कस्टडी नहीं दे रही
बता दें कि नवनीत चतुर्वेदी ने पंजाब से खाली हुई राज्यसभा सीट से नामाकन दाखिल किया था और दावा किया था कि उसे पंजाब के 10 विधायकों का समर्थन प्राप्त है प्रूफ के तौर पर उसने विधायकों के साइन दिखाए थे पर विधायकों ने इसे फर्ज़ी क़रार दिया था
केस दर्ज करने के बाद पंजाब पुलिस उसे गिरफ्तार करने के लिए चंड़ीगढ़ गई तो राज्यसभा उम्मीदवार होने के कारण उसे पुलिस सेक्युरिटी मिलने के कारण चंडीगढ़ पुलिस ने उसे पंजाब पुलिस को हिरासत देने मे इन्कार कर दिया
इसी बात को लेकर चंडीगढ़ पुलिस और पंजाब पुलिस आमने सामने हो गई थी और एक दूसरे पर पिस्तौल भी तान दिये थे पंजाब पुलिस के एसपी और चंडीगढ़ पुलिस के एक इंस्पेक्टर मे तू तू मैं मैं से बहस बढ़ कर पिस्टल निकालने तक बढ़ गई थी