जालंधर। एडीजीपी वाई पूरण कुमार सुसाइड केस में उनकी पत्नी आईएएस अधिकारी अमनीत पी कुमार ने बड़ा एक्शन लिया है। पत्नी ने हरियाणा पुलिस के डीजीपी और रोहतक के एसपी के खिलाफ चंडीगढ़ में शिकायत दर्ज करवाई है। पत्नी ने वरिष्ठ अधिकारियों पर संगीन आरोप लगाए है
हरियाणा के एडीजीपी वाई पूरण कुमार की आत्महत्या मामले में उनकी पत्नी आईएएस अमनीत पी. कुमार ने डीजीपी हरियाणा शत्रुजीत सिंह कपूर और रोहतक एसपी नरेंद्र बिजारनिया के खिलाफ गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने बुधवार को सेक्टर-11 थाना चंडीगढ़ में भेजी गई लिखित शिकायत में दोनों अधिकारियों पर जातिगत भेदभाव, मानसिक उत्पीड़न और आत्महत्या के लिए उकसाने (धारा 108, भारतीय न्याय संहिता 2023 व एससी-एसटी एक्ट) के तहत मामला दर्ज करने की मांग की है।
पत्नी ने वरिष्ठ अधिकारियों पर लगाए उत्पीड़न और भेदभाव के आरोप
आईएएस अमनीत कुमार ने अपनी शिकायत में लिखा है कि उनके पति को वर्षों तक वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा उत्पीड़न और भेदभाव का सामना करना पड़ा। उन्होंने कहा कि एडीजीपी पूरन कुमार की मौत एक साधारण आत्महत्या नहीं बल्कि सुनियोजित उत्पीड़न और प्रताड़ना का परिणाम है। शिकायत में उल्लेख किया गया है कि उनके पति ने अपने सुसाइड नोट में भी इन अधिकारियों के नाम दर्ज किए हैं। अमनीत ने कहा मेरे पति के दर्द को न तो उन्होंने छिपाया और न ही यह किसी से अनजाना था। उन्होंने कई बार लिखित रूप से शिकायतें दीं, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। अमनीत कुमार ने शिकायत में कहा कि अब एक पत्नी और मां के रूप में वह न्याय की मांग कर रही हैं ताकि उनके पति को इंसाफ मिल सके।
आईजी और एसएसपी पहुंचे एडीजीपी के घर
आईजी पुष्पेंद्र कुमार और एसएसपी कन्वरदीप कौर बुधवार को सेक्टर-11 स्थित एडीजीपी पूरण कुमार के आवास पर पहुंचे और मृतक की पत्नी से मुलाकात कर पूरे मामले की जानकारी ली। एडीजीपी पूरण कुमार का पोस्टमार्टम उनकी बेटी के विदेश से लौटने के बाद वीरवार को किया जाएगा, जिसके बाद अंतिम संस्कार होगा। बता दें कि हरियाणा कैडर के 2001 बैच के आईपीएस अधिकारी एडीजीपी वाई पूरण कुमार ने मंगलवार को अपने चंडीगढ़ के सेक्टर-11 स्थित घर में निजी सुरक्षा अधिकारी (पीएसओ) की सर्विस रिवॉल्वर से सिर में गोली मारकर आत्महत्या कर ली थी।
पति के खिलाफ सोची समझी साजिश” :अमनीत पी. कुमार ने लिखा कि ” सीएम के साथ जापान दौरा बीच में छोड़कर जब वे घर पहुंचीं तो उन्हें अपने पति के अलमारी में रखे लैपटॉप बैग में आठ पन्नों के सुसाइड नोट की दूसरी कॉपी मिली है, जिसमें उन्होंने अपना पूरा दर्द बयां किया है. उनके पति को SC/ST समुदाय से होने के कारण जातिसूचक गालियां दी गईं और सार्वजनिक रूप से अपमानित तक किया गया. आगे उन्होंने कहा है कि उनके पति की मौत से पहले डीजीपी शत्रुजीत सिंह कपूर के कहने पर रोहतक एसपी नरेंद्र बिजारणिया ने उनके खिलाफ रोहतक के अर्बन एस्टेट थाने में झूठा केस एफआईआर नंबर 0319/2025 दर्ज किया जो कि एक सोची-समझी साजिश थी. एफआईआर दर्ज होने के बाद उनके पति ने डीजीपी शत्रुजीत सिंह कपूर और रोहतक एसपी नरेंद्र बिजारणिया से बात तक करने की कोशिश की लेकिन उन्होंने इस बारे में बात तक करने से मना कर दिया. इसी के चलते उनके पति ने परेशान होकर आत्महत्या कर ली.”