कुलदीप शर्मा
नई दिल्ली। सीबीआई ने आतंक और अपराध की दुनिया को बड़ा झटका देते हुए भगोड़े परविंदर सिंह उर्फ निर्मल सिंह उर्फ पिंडी को यूएई (UAE) से धर दबोचा है। इंटरपोल चैनल्स के जरिए हुई इस हाई-प्रोफाइल कार्रवाई ने न सिर्फ अपराधियों की नींद उड़ा दी है बल्कि यह भी साबित कर दिया कि भारत अब किसी भगोड़े को छोड़ने वाला नहीं।इसके बाद भारत सरकार के विदेश मंत्रालय (MEA), गृह मंत्रालय (MHA), एनसीबी-अबू धाबी और पंजाब पुलिस ने मिलकर उसका प्रत्यर्पण (Extradition) सुनिश्चित किया। 26 सितंबर 2025 को पंजाब पुलिस की विशेष टीम उसे भारत लेकर आई। रेड नोटिस इंटरपोल का सबसे घातक हथियार है, जो दुनिया भर की कानून प्रवर्तन एजेंसियों को अलर्ट करता है।भारत में सीबीआई बतौर नेशनल सेंट्रल ब्यूरो (NCB-India) काम करती है और BHARATPOL के जरिए राज्यों को जोड़ती है। पिछले कुछ सालों में सीबीआई ने इंटरपोल चैनल्स से 130 से ज्यादा भगोड़ों की वापसी कराई है। परविंदर सिंह का भारत लौटना पंजाब में आतंकवाद फंडिंग और संगठित अपराध नेटवर्क पर तगड़ा प्रहार है। सुरक्षा एजेंसियां अब उससे पूछताछ कर उसके कनेक्शन और फंडिंग चैनल्स की जड़ तक पहुंचने में जुटेंगी।