20.7 C
Jalandhar
Tuesday, January 21, 2025
spot_img

16 दिसंबर को ट्रैक्टर मार्च, महिला किसानों का शामिल होने का ऐलान, पंढेर ने किया बड़ा निर्णय

दिल्ली कूच रोकने के बाद किसान नेता पंढेर ने 16 दिसंबर को ट्रैक्टर मार्च और 18 दिसंबर को रेल जाम की घोषणा की

किसानों और सुरक्षाकर्मियों के बीच टकराव, दिल्ली कूच पर आंसू गैस और पानी की बौछार

नई दिल्ली: किसानों का आंदोलन एक बार फिर से उग्र हो गया, जब सुरक्षाकर्मियों ने दिल्ली कूच कर रहे किसानों पर आंसू गैस के गोले दागे और पानी की बौछार की। इस टकराव में कई किसान घायल हो गए, जिसके बाद किसान नेताओं ने इस मार्च को स्थगित कर दिया। यह तीसरी बार था जब किसान नेताओं ने दिल्ली कूच को एक दिन के लिए टालने का फैसला लिया।

किसानों पर हुआ बल प्रयोग

किसान नेता सरवन सिंह पंढेर ने आरोप लगाया कि सुरक्षाकर्मियों ने बिना किसी कारण किसानों पर बल प्रयोग किया। उन्होंने कहा, “हम शांति से मार्च कर रहे थे, लेकिन हरियाणा के सुरक्षाकर्मियों ने रबर की गोलियां चलाईं और आंसू गैस का इस्तेमाल किया। इस कार्रवाई में 17 से 18 किसान घायल हुए हैं।” पंढेर ने आरोप लगाया कि सरकार एक तरफ बातचीत का दावा करती है, जबकि दूसरी तरफ किसानों पर हिंसा की जा रही है।

रबर की गोलियां और रसायन मिश्रित पानी का इस्तेमाल

किसान नेता मंजीत सिंह राय ने बताया कि सुरक्षाकर्मियों ने रबर की गोलियां भी चलाईं, जिससे एक किसान गंभीर रूप से घायल हो गया। उन्होंने कहा कि किसानों को तितर-बितर करने के लिए रसायन मिश्रित पानी का भी इस्तेमाल किया गया। इस बीच, अंबाला कैंट के पुलिस उपाधीक्षक रजत गुलिया ने इन आरोपों का खंडन किया है।

आगामी कार्यक्रम: 16 दिसंबर को ट्रैक्टर मार्च

किसान नेता सरवन सिंह पंढेर ने घोषणा की कि 16 दिसंबर को पंजाब को छोड़कर सभी राज्यों में ट्रैक्टर मार्च आयोजित किया जाएगा। इसके अलावा, 18 दिसंबर को पूरे पंजाब में 12 बजे से 3 बजे तक रेल जाम किया जाएगा। पंढेर ने कहा कि इस मार्च में हरियाणा और महिला किसानों का भी समावेश होगा।

पंढेर ने उठाए गंभीर सवाल

पंढेर ने सरकार से सवाल किया कि संसद में किसान मुद्दों पर कोई चर्चा क्यों नहीं हो रही है। उन्होंने कहा, “हमारी आवाज पूरे देश में गूंज रही है, लेकिन सरकार के कानों में यह आवाज नहीं पहुंच रही। सरकार सत्ता के नशे में चूर है और किसानों की परेशानियों को नजरअंदाज कर रही है।”

अगला कदम: शंभू बॉर्डर पर प्रेस कॉन्फ्रेंस

किसान नेताओं ने आगे बताया कि वे 16 दिसंबर को ट्रैक्टर मार्च से पहले 11 बजे शंभू बॉर्डर पर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित करेंगे, जिसमें आगे की रणनीति और आगामी कार्रवाई की घोषणा की जाएगी।


किसानों का संघर्ष अब और भी तेज हो गया है, और वे सरकार से अपनी मांगों को लेकर लगातार लड़ाई जारी रखने का संकल्प ले रहे हैं। 16 दिसंबर और 18 दिसंबर को होने वाले बड़े आंदोलन इस संघर्ष को और ऊंचाइयों पर ले जाने के संकेत दे रहे हैं।

Related Articles

Stay Connected

0FansLike
0FollowersFollow
0SubscribersSubscribe

Latest Articles